ब्यूरो रिपोर्ट
देहरादून। हेमवती नन्दन बहुगुणा गढवाल केन्द्रीय विश्वविद्यालय श्रीनगर गढवाल तथा कुमाऊॅ विश्वविद्यालय नैनीताल के स्थापना के स्वर्ण जयन्ती वर्ष पर आयोजित स्वर्णिम अमृत संदेश यात्रा का श्रीगणेश मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक -एक स्मृति पौध भेंट करके किया। मुख्यमंत्री आवास में यूकाॅस्ट के द्वारा आयोजित “अभिनन्दन एवं पौधे भेट समारोह“ मे दोनों विश्वविद्यालय को बधाई व शुभ संदेश देते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ऐसे गौरवमय समय को यादगार बनाने मे पेडों की बहुत बडी भूमिका होती है। पेड जहां जीवन के आधार है वही हमारी संस्कृति और स्मृति के भी प्रतीक है। उन्होने कहा कि हेमवती नन्दन बहुगुणा गढवाल केन्द्रीय विश्वविद्यालय श्रीनगर गढवाल तथा कुमाऊॅ विश्वविद्यालय अपने स्वर्ण जयंती वर्ष को इको फ्रेंडली रूप से मना रही है। दोनो विश्वविद्यालय एक दूसरे को पचास पचास पेड भेंट करेगें। इन पेंडों के आदान प्रदान करने के लिए स्वर्णिेम अमृत संदेश रथ यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। एक विश्वविद्यालय के दल के सदस्य दूसरे विश्वविद्यालय मे पहुचकर पचास पेडों का रोपण करेगें। वृक्षारोपण के बाद जलवायु परिवर्तन तथा आपदाओं के न्यूनीकरण पर विचार गोष्ठी का आयोजन यूकाॅस्ट के द्वारा आयोजित किया जायेगा। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विश्वविद्यालय में अध्ययनरत हमारे युवा वौद्धिक रूप से जागृत और समझदार होते हैं। जन जन तक संदेश पहुंचाने में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। जलवायु परिवर्तन से उपजते समस्याओं के प्रति प्रधानमंत्री ने पूरे विश्व को, जीवन शैली में परिवर्तन लाने का आहवान किया है। इस संदेश यात्रा से लोगों में पर्यावरण के प्रति जीवन शैली में बदलाव लाने की प्रेरणा भी मिलेगी अन्तराष्ट्रीय मिलेट वर्ष के सम्मान में दोनो विश्वविद्यालय एक दूसरे को मिलेट (श्रीअन्न) से बनी मिठाईयां भी सौगात के रूप में भेट करेंगे । यह यात्रा लोगों में अपनी संस्कृति, स्वच्छ परम्परा, बोली -भाषा के प्रति भी जागरूकता पैदा करेगी।कार्यक्रम में यूकास्ट के महानिदेशक प्रो0 दुर्गेश पन्त ने कहा कि मुख्यमंत्री का संदेश दोनों विश्वविद्यालय के छात्र/छात्राओं तक पंहुचेेगा। इस यात्रा को बहुआयामी तथा उदेश्यपरक बनाने हेतु यूकाॅस्ट दोनों विश्वविद्यालय में विचार गोष्ठी का आयोजन भी कर रही है लाइफ स्टाइल फार इन्वारमेट तथा जलवायु परिवर्तन पर विशेषज्ञों के व्याख्यान भी कराये जायेगें उन्होने कहा है कि श्रीनगर गढवाल से जो दल नैनीताल रवाना होेगा वह अपने साथ गंगाजल भी ले जायेगा जिसे नैनीताल में माॅ नैना देवी के दर्शन के बाद नैनी झील में प्रवाहित किया जायेगा। दोनो विश्वविद्यालय अपने कुछ महत्वपूर्ण प्रकाशन पुस्तकें भी एक दूसरे को भेंट करेंगें।स्वर्णिम अमृत संदेश रथ यात्रा को आकार देने वाले मैती संस्था के संस्थापक पद्म श्री डाॅ कल्याण सिंह रावत ने कहा कि बदलते जलवायु के संकेतों से अब हमें जागरूक होने की जरूरत है यदि अभी भी हम नही जागे तो बहुत देर हो जायेगी चारों ओर प्रकृति में स्पष्ट संकेत मिल रहे है कि जीवन जीने के लिए वातावरण अब अनुकूल नही रह गया है, हमें अपने आवश्यकताओं को न्यून करके जीवन शैली में बदलाव लाना होगा उन्होने बताया कि 1998 मे दोनों विश्वविद्यालयों के बीच 25-25 पेड सिल्वर जुबली पर मैती संस्था ने ऐसे ही रथ यात्रा आयोजित की थी, उन्होने मा0 मुख्यमंत्री जी की इस पहल को धन्यवाद दिया तथा यूकाॅस्ट के सहयोग हेतु प्रो0 पंत जी को भी धन्यवाद दिया।18 दिसम्बर को हेमवती नन्दन बहुगुणा गढवाल केन्द्रीय विश्वविद्यालय से 50 पेड लेकर संदेश यात्रा दल नैनीताल प्रस्थान करेगी। 19 दिसम्बर को नैनीताल में वृक्षारोपण व विचारगोष्ठी आयोजित होगी 20 दिसम्बर को 50 पेड श्रीनगर गढवाल पहुॅचेगें। यहा 21 दिसम्बर को वृक्षारोपण तथा गोष्ठी का आयोजन होगा यूकाॅस्ट पूरे कार्यक्रम का आयोजन करेगा।मुख्यमंत्री आवास में पेड भेट व बधाई कार्यक्रम में हेमवती नन्दन बहुगुणा गढवाल केन्द्रीय विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि के रूप मे प्रो बबीता पाटनी ,डा सर्वेश उनियाल , अमित पोखरियाल, डा मनमोहन सिंह रावत, डा जगबीर असवाल कु0 वैष्णवी जितेन्द्र सिंह , प्रदीप कुमार, संतोष रावत, विपिन विडालिया, देवेन्द्र सिंह, उर्मिला घिल्डियाल, कुमाॅउ विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि डा पियूष जोशी , मनोज कुमार सिंह ,सन्दीप मनराल, डा विपिन कुमार सती, पारस उपाध्याय आदि उपस्थित थे।इस यात्रा में टी0एच0डी0सी0 इंडिया लि0, सैर सलीका, ऋयंवकम फाउन्डेशन, नियो विजन फाउन्डेशन भी सहयोगी संस्था के रूप में है मैती संस्था तथा यूकाॅस्ट इस कार्यक्रम को सम्पादित करेगें।