रिपोर्ट:प्रियांशु सक्सेना
डोईवाला। दुर्गा चौक भानियावाला में 12 जनवरी से चल रही श्री राम कथा में कथा व्यास आदित्यानंद महाराज ने श्रद्धालुओं को कथा का रसपान कराते हुए कहा कि राम की भक्ति करने से ही परम सुख मिलता है। भगवान राम बचपन से ही शांत स्वभाव के वीर पुरुष थे उन्होंने हमेशा मर्यादाओं को सर्वोच्च स्थान दिया है इसी कारण उन्हें मर्यादा पुरुषोत्तम राम के नाम से जाना जाता है। कथा को विस्तारित करते हुए कहा कि मानव मात्र को कभी अहंकार नहीं करना चाहिए और आज के जीवन में अधिक सुखी चाह में मनुष्य और अधिक दुखी होता जा रहा है यदि हम हर घड़ी यह माने की ईश्वर ने सबसे सुखी हमें ही बनाया है तो हम दुखों को अपने जीवन में आने से टाल सकते हैं यदि हम प्रभु श्री राम की तरह निष्ठा और विश्वास से भक्ति करे तो परम सुखों व वैभव को प्राप्त कर सकते हैं। इस मौके पर डॉ सुनील गुप्ता, दिनेश त्रिपाठी,राजवीर खत्री,वंदना गुप्ता,पूजा देवी,किरण, मनीष सजवान,भूपेश कुमार आदि श्रद्धालु मौजूद रहे।












