डोईवाला (प्रियांशु सक्सेना)। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के चार वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष में स्पर्श हिमालय विश्वविद्यालय एवं हिमालयीय आयुर्वेदिक (पीजी) मेडिकल कॉलेज द्वारा आयोजित कार्यक्रम में भारत के पूर्व शिक्षा मंत्री एवं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक एवं इंडोनेशिया की बाली विधानसभा (डीपीआरडी) के सदस्य डॉ सोमवीर उपस्थित रहे। विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए डॉ निशंक ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 21वीं सदी की पहली शिक्षा नीति है, जिसका उद्देश्य हमारे देश की बढ़ती विकासात्मक जरूरतों को पूरा करना है। यह संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा निर्धारित ‘सतत विकास एजेंडा-2030’ के अनुरूप है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में स्वाधीन भारत के इतिहास में पहली बार ऐतिहासिक, परिवर्तनकारी एवं नवाचार युक्त भारत केंद्रित शिक्षा नीति की घोषणा की गई और मेरा सौभाग्य है कि मैं भी इसका हिस्सा रहा। मुख्य अतिथि बाली विधानसभा (डीपीआरडी) के सदस्य डॉ सोमवीर ने भारत और इंडोनेशिया के बीच शैक्षिक सहयोग बढ़ाने पर बल दिया। उन्हींने सभी को संबोधित करते हुए इस कार्यक्रम के आयोजकों को बधाई दी। उन्होनें कहा कि वे इंडोनेशिया मे योग और आयुर्वेद को बढ़वा देने की बात कर विश्वविद्यालय के अध्यापकों को बाली आने का निमंत्रण दिया। उन्होंने शिक्षा नीति की प्रशंसा करते हुए कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति आत्म निर्भर भारत के निर्माण का पथ-प्रशस्त करेगी। स्पर्श हिमालय के प्रति कुलपति डॉ राजेश नैथानी ने नई शिक्षा नीति 2020 के विषय में अपने मुख्य संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के निर्देशन एवं मार्गदर्शन और डॉ निशंक के नेतृत्व में आई यह नीति विश्व के सबसे बड़े परामर्श से निकली है जो नेशनल के साथ ही इंटरनेशनल, इंपैक्टफुल, इंटरएक्टिव, इंक्लूसिव एवं इनोवेटिव भी है। कार्यक्रम में छात्राओं द्वारा योग, शास्त्रीय संगीत, नर्सिंग की महत्ता और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की उत्कृष्ट प्रस्तुति ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। मुख्य अतिथि के द्वारा संस्था में उत्कृष्ट कार्य सेवा देने वाले अधिकारियों, शिक्षकों एवं कर्मियों को भी सम्मानित किया गया। डॉ निशंक ने यह कहा कि मेरा सदैव से यह प्रबल मत रहा है कि केवल शिक्षा में ही वह क्षमता है जो किसी राष्ट्र को वैश्विक महाशक्ति के रूप में स्थापित कर सकता है। 33 साल बाद एक व्यापक विमर्श के बाद नई शिक्षा नीति आ रही है जो नव भारत का निर्माण सुनिश्चित करेगी। इस अवसर पर कुलपति प्रो काशीनाथ जैन, स्पर्श हिमालय विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति डॉ राजेश नैथानी, आरुषि निशंक, विदुषी निशंक, स्पर्श हिमालय के कुलाधिपति प्रो प्रदीप कुमार, हिमालयीय आयुर्वैदिक मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य अनिल कुमार झा, सचिव बालकृष्ण चमोली, नर्सिंग कॉलेज की प्राचार्य डॉ अंजना विलियम्स, डॉ ममता कुवर, डॉ रंजना, डॉ रूपाली आदि मौजूद थे।