रिपोर्ट: जावेद हुसैन/उत्तराखंड समाचार।
डोईवाला- ग्राम पंचायत मारखम ग्रांट में करोड़ों की लागत से पेयजल लाइन बिछाने के साथ नए टेंक बनाएं गए हैं, जो कार्य पिछले कई सालों से चल रहा है। पर जहां लाइने बिछाई गई हैं, उनमें से अधिकांश जगहों पर गड्ढे बहुत कम खोदे गए हैं। और लाइन बिछाने में जिन पाइप का इस्तेमाल किया गया है, उनकी क्वालिटी पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। ओर आये दिन यह लाइने लिकीज हो रही है, ओर लिकीज की वजह से सड़कों व गढ्ढों में लाइन का पानी भर रहा है, जिस पानी से कुत्ते व अजय जानवर अपनी प्यास भुजा रहे हैं। लेकिन टेंक से मेन सप्लाई बंद होने के बाद सड़कों व गड्ढों में भरा हुवा यह दूषित पानी इन्हीं लाइनों के जरिये लोगों के घरों तक पहुंच रहा है। जिसका इस्तेमाल ग्रामीण पीने के लिए कर रहे हैं। जबकि जहां बरसात में तरह तरह की बीमारियों के पनमपने का खतरा बना रहता है, तो वहीं जल निगम पूरी तरह लापरवाह बना हुआ है। ओर ग्रामीण गढ्ढों में भरे पानी को पीने के लिए मजबूर है। ग्रामीणों की माने तो जब से यह लाईन बिछाये जाने का कार्य शुरू हुवा था, तब से ही यह कार्य सवालों के घेरे में था, ओर ग्रामीणों को कई बार बूंद बूंद पानी को तरसना पड़ता था। लाईन का कार्य होते ही यह लाइनें लिकीज होना शुरू हो गयी थी, ओर ग्रामीणों द्वारा लाईन का कार्य कर रहे वर्करों व जल निगम के अधिकारियों को लिकीज की बार बार शिकायत करने के बावजूद भी विभाग अनसुना कर देता है। जिससे साफ प्रतीत होता है, यह योजना पूरी तरह धराशाही हो चुकी है। पीएम मोदी के हर घर नल हर घर जल जैसे सपने को जल निगम पूरी तरह चकना चूर करने में जुटा है।