उरगम घाटी। सीमांत चाइना-भारत-तिब्बत बॉर्डर पर बाड़ाहोती के पास पर्वती कुंड में सेना की देखरेख में स्थानीय ग्रामीणों ने स्नान किया।
चीन युद्ध 1962 के बाद इस स्थान पर लोगों का आना जाना बंद हो गया था, किंतु सीमांत क्षेत्र के लोग यहां हर वर्ष जाते थे और वहां मां पार्वती की पूजा करते रहे। पिछले 5 सालों में तिब्बत सीमा पुलिस आर्मी के द्वारा यहां पर ऑनलाइन परमिशन के बाद स्थानीय लोगों को यात्रा हेतु भेजा जाता है। इस वर्ष लाता, सूखी, बाम्पा, नीती के सैकड़ों ग्रामीणों ने पार्वती कुंड के दर्शन किए। उन्होंने भारतीय कुंड में जाकर स्नान ध्यान करने के बाद अपना परंपरागत लोक नृत्य का मंचन भी किया। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि यह हमारा पहले से पवित्र स्थान रहा है और यहां भगवान शंकर और पार्वती के दर्शन इस कुंड में हम लोगों को होते हैं। यहां पर हम लोग आस्था और विश्वास के साथ आते हैं। हमारी मनोकामनाएं पूर्ण होती है।
लक्ष्मण सिंह नेगी की रिपोर्ट