डोईवाला (प्रियांशु सक्सेना)। माजरी ग्रांट में 27 बीघा कृषि भूमि पर भू-माफियाओं द्वारा प्लॉटिंग के नाम पर करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। पीड़िता साक्षी नेगी निवासी गीता नगर, वीरभद्र, ऋषिकेश ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है।
पीड़िता ने बताया कि वर्ष 2019 में कॉलोनाइजर चुन्नीलाल कुशवाहा निवासी रुड़की, राजेंद्र कुमार निवासी सहारनपुर, रोहित और उनके साथियों द्वारा डोईवाला तहसील क्षेत्र के माजरी ग्रान्ट में 27 बीघा कृषि भूमि पर प्लॉटिंग के बिक्री शुरू की गई थी, जबकि इनमें से कोई भी व्यक्ति उक्त भूमि का वास्तविक मालिक नहीं है।
पीड़ित साक्षी नेगी ने बताया कि वर्ष 2021 में उन्होंने 125.46 वर्ग मीटर की रजिस्ट्री ऋषिकेश तहसील में की थी। जिसके लिए रजिस्ट्री सहित अनुमानित 13 लाख 20 हजार का भुगतान किया था लेकिन जब उन्होंने जमीन की रजिस्ट्री होने के बाद कब्जा लेने की कोशिश करी, तो उक्त लोग लगातार बहाने बनाकर दाखिला-खारिज की प्रक्रिया को टालते रहे।
बाद में पीड़िता को पता चला कि ये लोग पेशेवर भू-माफिया हैं। जिन्होंने सरकारी और ग्राम समाज की जमीन पर अवैध कब्जा कर उसमें प्लॉटिंग की थी। इसी दौरान, जब पीड़िता ने अपने प्लॉट पर डीपीसी वॉल बनाई तो सरकारी अधिकारियों ने उसे तोड़ दिया और वहां सरकारी भूमि को चिह्नित कर दिया। इसके बाद साफ हुआ कि रजिस्ट्री में भी धोखाधड़ी की गई थी।
इस 27 बीघा भूमि में सम्मिलित करके उसमें मंदिर, सड़क पुस्तों का अवैध निर्माण करके प्लाटिंग कर कई अन्य लोगों (ज्योति शर्मा, चरणजीत, हरदीप, सीमा नौटियाल, मुकेश, हरीश कुमार, मयक, हरेंद्र) आदि के साथ भी करोड़ों रुपए की जमीनी धोखाधड़ी की गई है।
पीड़िता ने आरोप लगाया है कि जब भी वह अपने पैसे वापस मांगती हैं तो वह भू–माफिया उन्हें धमकाते हैं। इन लोगों के विरुद्ध पूर्व में भी धोखाधड़ी व अन्य अपराधिक मामले चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व में भी इन भू माफियाओं पर कोई ठोस कार्रवाई नही हुई, जिससे इनके हौसले बुलंद हैं। पुलिस ने पीड़ित की शिकायत के आधार पर उक्त लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।