डोईवाला (प्रियांशु सक्सेना)। होराइजन स्कूल, जौलीग्रांट में डीबीएस ग्लोबल यूनिवर्सिटी और एफआईसीसीआई एफएलओ उत्तराखंड के संयुक्त तत्वावधान में प्रॉम्प्ट इंजीनियरिंग विद एआई टूल्स विषय पर एक विशेष ट्रेनिंग ऑफ ट्रेनर्स कार्यशाला आयोजित की गई। डिजिटल साक्षरता पहल के तहत आयोजित इस कार्यशाला में शिक्षकों और प्रशिक्षकों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस व चैटजीपीटी जैसे एआई टूल्स के प्रभावी उपयोग की जानकारी दी गई। कार्यक्रम का संचालन एफएलओ उत्तराखंड की चेयरपर्सन डॉ गीता खन्ना के निर्देशन में हुआ। प्रशिक्षक डॉ नेहा चोकसी और डॉ राघव उपाध्याय ने प्रतिभागियों को विभिन्न एआई टूल्स के व्यावहारिक उपयोग की प्रशिक्षण दी। प्रशिक्षण सत्र में बताया गया कि किस प्रकार एआई टूल्स की सहायता से प्रभावशाली प्रश्न तैयार किए जा सकते हैं, रचनात्मक शिक्षण पद्धतियों को अपनाया जा सकता है, भाषाई सहायता, व्यावसायिक विश्लेषण, पाठ्यक्रम विकास, विचार मंथन, परीक्षा डिज़ाइन, प्रेजेंटेशन निर्माण, शोध सहायता, रिज़्यूमे निर्माण और मेंटरशिप जैसे क्षेत्रों में इन टूल्स का उपयोग किया जा सकता है। साथ ही प्रतिभागियों को ट्रेंडिंग एआई टूल्स की जानकारी भी दी गई। प्रधानाचार्या नम्रता शर्मा ने कहा कि यह कार्यशाला एआई टूल्स की शक्ति को समझने और शैक्षणिक व पेशेवर क्षेत्रों में उनके प्रभावी प्रयोग की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस मौके पर प्रीति चौहान, अंजलि शर्मा, सारिका, प्रीति गैरोला, ऋचा शर्मा, रजनी बाला, त्रिप्ती धीमान, गीता सूद, शिखा गुसाईं, शालिनी शर्मा, मंजू बाला, कल्पना कोठारी, नशीमा आदि थे।