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01- पवित्र गददी के साथ श्री रावल बदरीनाथ धाम को प्रस्थान हुए।
02- प्रस्थान से पूर्व पूजा/अर्चना करते मुख्य पुजारी श्री रावल।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। आद्य गुरू शंकराचार्य की पवित्र गददी के साथ श्री रावल ने भू वैकुंठ धाम श्री बदरीनाथ के लिए प्रस्थान किया। नृसिंह मंदिर मठागंण में सीमित सख्ंया में पहंुचे श्रद्धालुआंे ने पुष्प वर्षा व भजनांे के साथ पवित्र गददी व श्री रावल को विदा किया।
केारोना महामारी के बीच भगवान बदरी विशाल के कपाट खुलने की पौराणिक पंरपरानुसार श्री बदरीनाथ धाम के मुख्य पुजारी श्री रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी शंकराचार्य गददी स्थल से आद्य जगदगुरू शंकराचार्य की पवित्र गददी के साथ श्री बदरीनाथ धाम को प्रस्थान हुए। ज्योर्तिमठ-जोशीमठ से प्रस्थान के उपरंात वे पहले पडाव योग बदरी मंदिर पांडुकेश्वर मंे प्रवास करेंगे।
जोशीमठ से शंकराचार्य गददी के बदरीनाथ धाम प्रस्थान से पूर्व पीठ पुरोहित पंडित सुशील चन्द्र सती द्वारा गणपति पूजन व अन्य पूजाएं श्री रावल के हाथों संम्पन्न कराई गई। बदरीनाथ प्रस्थान से पूर्व श्री रावल ने भगवान नृंिसंह , आद्य जगदगुरू शंकराचार्य की अधिष्ठात्री देवी भगवती राजराजेश्वरी मंदिर, नव दुर्गा व वासुदेव मंदिरों मे दर्शन व पूजन कर संपूर्ण विश्व को कोरोना महामारी से मुक्ति एव शीध्र ही चार धामों की यात्रा विधिवत शुरू कराने की कामना की। इस दौरान स्थानीय महिलाओं व भक्तों ने पवित्र गददी पर पुष्प अर्पित कर भजन-कीर्तनो के सथ गददी को श्री बदरीनाथ धाम के लिए विदा किया।
इस अवसर पर श्री बदरीनाथ धाम के धर्माधिकारी आचार्य भुवन चन्द्र उनियाल, अपर धर्माधिकारी आचार्य सत्य प्रसाद चमोला व आचार्य राधाकृष्ण थपलियाल,वेदपाठी,नायब रावल अमरनाथ नंबूदरी, रविन्द्र भटट, नृसिंहं मंदिर के पुजारी पंडित संजय डिमरी, वासुदेव मंदिर पूजारी पंडित सुशील डिमरी,कमदी थोक पांडुकेश्वर से किशोर पंवार, देव पुजाई समिति के कोषाध्यक्ष विजय डिमरी, भरत प्रसाद सती, अनिल नंबूरी,सतीश भटट, सरजीत राणा के अलावा देवस्थानम बोर्ड के बरिष्ठ प्रशाासनिक अधिकारी गिरीश चैहान, नृसिंह मंदिर प्रभारी संदीप कपरूवाण, कुलदीप भटट, दफेदार कृपाल सनवाल,व अजय सती सहित अन्य लोग मौजूद रहे।