डोईवाला (प्रियांशु सक्सेना)। केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने यह भारत के लिए स्वर्णिम समय है जब हम महान ऊंचाइयों को प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने डॉ निशंक के प्रयासों की सराहना की और साहित्यिक प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के लिए लेखक गाँव की स्थापना के लिए धन्यवाद व्यक्त किया।
रविवार को स्पर्श हिमालय महोत्सव के अंतिम दिन 15 से अधिक पुस्तकों का विमोचन किया गया। इससे पूर्व वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण की अपनी प्रतिबद्धता को प्रकट किया। आरएनटीयू के कुलाधिपति संतोष चौबे ने अपने पिता के नाम पर एक पीठ स्थापित करने की घोषणा की और साहित्यिक विकास में अपने योगदान को और प्रबल करने का संकल्प लिया।
केंद्रीय राज्य मंत्री अजय टम्टा ने डॉ आरपी निशंक के शिक्षा और विकास के क्षेत्र में किए गए उत्कृष्ट कार्यों की प्रशंसा की। विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी ने कहा कलम तलवार से अधिक शक्तिशाली होती है। लेखक गाँव से प्रकाशित होने वाली ये पुस्तकें राष्ट्र निर्माण में सहायक होंगी।
इस पांच दिवसीय महोत्सव में देश-विदेश के विभिन्न स्थानों से प्रतिष्ठित लेखक, विद्वान और शिक्षाविदों ने भाग लिया। जिसने साहित्य, संस्कृति, और पर्यावरण के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छुआ। इस मौके पर परमात्मा निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती, संकल्प फाउंडेशन के अध्यक्ष संतोष तनेजा, आरुषि निशंक, रविंद्र बेलवाल, पुरूषोतम डोभाल आदि मौजूद रहे।