फोटो– दूरस्थ गाॅव डुमक जो आजादी के बाद से ही सडक की वाट जोह रहा है।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। हेलंग-डुमक मोटर मार्ग को शीध्र पूरा कराने की मंाग को लेकर सीएम को ज्ञापन भेजा गया। आजादी के बाद से दूरस्थ गाॅव डुमक-कलगोठ सहित अनेक गाॅव सडक की वाट जोह रहे है।
पैनख्ंाडा संघर्ष समिति के अध्यक्ष एडवाकेट रमेश च्रद सती द्वारा सीएम को भेजे गए फैक्स ज्ञापन मे कहा गया है कि हेलंग से डुमक तक स्वीकृत सडक पर अब वर्ष 2017 से ही ढाईसौ मीटर चटटान कटिंग का कार्य चल रहा है। जो दो वर्ष बीतने के बाद भी पूरा नही हो सका। दो वर्ष मे ढाईसौ मीटर चटटान को नही काटे जाने से अंदाजा लगया जा सकता है कि कार्यदायी विभाग पीएमजीएसवाई सीमांत सडको के प्रति कितना उदासीन है।
दूरस्थ गाॅव डुमक, कलगोठ, पल्ला, किमाणा, जखोला, के अलावा लाॅजी, पोखनी, हयूॅणा व द्वींग के ग्रामीण सडक के लिए वर्षो से संघर्षरत है। अब सडके स्वीकृत तो हुई लेकिन कार्य दु्रत गति से नही हो पा रहा है। सडक विहीन गाॅवो के ग्रामीणों ने इस वर्ष लोकसभा चुनावों के बहिष्कार का एलान किया था। लेकिन डुमक, कलगोठ, पल्ला, जखोला व किमाणा के ग्रामीणों को सडक को लेकर आश्वस्त किया गया। जिसके वाद वे मतदान के लिए राजी हुए। लेकिन लाॅजी, पोखनी व हयूणाॅ के ग्रामीणो ने पूर्ण बहिष्कार किया। वावजूद इसके सडक निर्माण की गति तेज नही की जा रही है।
पैनखंडा सघर्ष समिति ने सीएम को दिए इस ज्ञापन मे आजादी के बाद से सडक कां इतजार कर रहे ग्रामीणों के सब्र की प्रतीक्षा किए बगैर कार्यदायी संस्था को तय समय पर सडक निर्माण का कार्य पूरा करने के आदेश पारित किए जाने का आग्रह किया है। सीएम को भेजे ज्ञापन की प्रति बदरीनाथ के विधायक को ्रपेषित की गई है।
इधर कलगोठ के प्रधान दलीप सिंह चैहान ने बताया कि इस बार सडक विहीन ग्रामों के ग्रामीण चुनाव बहिष्कार पर अडिग थे लेेकिन शासन, प्रशासन व जनप्रतिनिधियों द्वारा दिए गए आश्वासन के बाद ग्रामीणों को राष्ट्रीय पर्व मतदान मे भाग लेने के लिए राजी किया। लेकिन सडक निर्माण का यही रवैया रहा तो ग्रामीणों को आने वाले समय मे पंचायत व विधानसभा के चुनावो के बहिष्कार के लिए विवश होना पडेगा।