• About Us
  • Privacy Policy
  • Cookie Policy
  • Terms & Conditions
  • Refund Policy
  • Disclaimer
  • DMCA
  • Contact
Uttarakhand Samachar
  • Home
  • संपादकीय
  • उत्तराखंड
    • अल्मोड़ा
    • उत्तरकाशी
    • उधमसिंह नगर
    • देहरादून
    • चमोली
    • चम्पावत
    • टिहरी
    • नैनीताल
    • पिथौरागढ़
    • पौड़ी गढ़वाल
    • बागेश्वर
    • रुद्रप्रयाग
    • हरिद्वार
  • संस्कृति
  • पर्यटन
    • यात्रा
  • दुनिया
  • वीडियो
    • मनोरंजन
  • साक्षात्कार
  • साहित्य
  • हेल्थ
  • क्राइम
  • जॉब
  • खेल
No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • उत्तराखंड
    • अल्मोड़ा
    • उत्तरकाशी
    • उधमसिंह नगर
    • देहरादून
    • चमोली
    • चम्पावत
    • टिहरी
    • नैनीताल
    • पिथौरागढ़
    • पौड़ी गढ़वाल
    • बागेश्वर
    • रुद्रप्रयाग
    • हरिद्वार
  • संस्कृति
  • पर्यटन
    • यात्रा
  • दुनिया
  • वीडियो
    • मनोरंजन
  • साक्षात्कार
  • साहित्य
  • हेल्थ
  • क्राइम
  • जॉब
  • खेल
No Result
View All Result
Uttarakhand Samachar
No Result
View All Result

भ्रष्ट मृत्युंजय मिश्रा को संरक्षण देने के लिए रचा गया पूरा खेल?

आयुर्वेद विश्वविद्यालय कुलपति का मामलाः जिनकी जांच होनी चाहिए, वे जांच करवा रहे हैं

23/07/22
in उत्तराखंड, क्राइम, देहरादून
Reading Time: 1min read
0
SHARES
917
VIEWS
Share on FacebookShare on WhatsAppShare on Twitter

शंकर सिंह भाटिया
पिछले दिनों आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति का मामला मीडिया की सुर्खियों में था। कुलपति प्रो. सुनील कुमार जोशी के खिलाफ दो-दो जांच बिठा दी गई, उनके वित्तीय अधिकार सीज कर दिए गए। शासन के स्तर से बार-बार हर घटनाक्रम की मीडिया को खबरें फीड की जाती रही, हर खबर में कुलपति पर भ्रष्टाचार के बड़े-बड़े आरोप लगाए गए। ऐसी चिंता जताई गई कि यदि कुलपति को हटाया नहीं गया तो उत्तराखंड भ्रष्टाचार में डूब जाएगा, इसलिए पूरी ताकत उन्हें हटाने में लगा दी गई। भला हो हाई कोर्ट का जहां से जांच पर स्टे लगा दिया गया और वित्तीय अधिकारों की बहाली कर दी गई। अब इस मामले की अगली सुनवाई 7 नवंबर 2022 को होगी।

21 जुलाई को शासन ने कोर्ट के निर्देशानुसार कुलपति प्रो.सुनील कुमार जोशी के खिलाफ चार्ज शीट जमा की थी। कोर्ट में सुनवाई के बाद अगली तारीख 7 नवंबर 2022 तय की गई है। तब तक कुलपति के खिलाफ जांच पर स्टे रहेगा। साथ ही इस मामले में प्रो. सुनील कुमार जोशी के वकील भूपेश कांडपाल का कहना है कि कोर्ट ने कुलपति के वित्तीय अधिकारों को भी बहाल कर दिया है।

गौरतलब है कि पिछले दिनों शासन में बैठे कुछ अफसरों का एक मात्र तारगेट आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति को हटाना हो गया था। इसके लिए पहले अपर सचिव के स्तर से जांच कराई गई, जांच में थोड़ा विलंब होता दिखाई दिया तो हाई कोर्ट के पूर्व जज के नेतृत्व में जांच बिठा दी गई। यही नहीं उन्हें 15 दिन के अंदर जांच करने को पाबंद कर दिया गया। अभी यह जांच चल ही रही थी कि कुलपति के वित्तीय अधिकार सीज कर दिए गए। इस पूरे प्रकरण में एक बार नहीं बल्कि कई बार जब भी मौका मिला शासन स्तर से मीडिया को कुलपति के खिलाफ खबरें फीड की जाती रही। हर बार कुलपति पर भ्रष्टाचार और वित्तीय अनियमितता के अरोप लगाए गए। लेकिन जब जांच अधिकारी ने नोटिस देकर पिछले दिनों कुलपति से तीन सवाल पूछे, सभी उनकी नियुक्ति से संबंधित थे। एक भी सवाल वित्तीय अनियमितता या भ्रष्टाचार से जुड़ा हुआ नहीं था। कोर्ट ने जांच पर स्टे देते हुए यह सवाल उठाया भी था।

शासन में बैठे उच्च स्तर के अधिकारी किस तरह निजी खुन्नस निकालने के लिए अपने अधिकारों का दुरूपयोग करते हैं, यह मामला उसमें सही बैठता है। कुलपति के साथ निजी खुन्नस निकालने के पीछे आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलसचिव रहे मृत्युंजय कुमार मिश्रा एक कड़ी है, जिन्हें जेल से छूटने के बाद अगले ही दिन आयुर्वेद विश्वविद्यालय का कुलसचिव बनाकर भेजा गया था और कुलपति सुनील कुमार जोशी ने मृत्युंजय मिश्रा को कार्यभार ग्रहण नहीं करने दिया। खास बात यह है कि मृत्युंजय कुमार मिश्रा आयुर्वेद विश्वविद्यालय में भ्रष्टाचार करते हुए जेल भेजे गए थे, जहां वह करीब तीन साल रहे। कुलपति से खुन्नस की बात यही थी कि उन्होंने शासन के निर्देशों की अवहेलना की और मृत्युंजय मिश्रा को कार्यभार ग्रहण नहीं करने दिया। कुलसचिव का कार्यभार ग्रहण करने के दौरान हुए विवाद के बाद मृत्युंजय कुमार मिश्रा को मूल विभाग में भेज दिया गया था। लेकिन शासन में बैठे अफसरों के संरक्षण की वजह से मिश्रा को सचिवालय में आयुष विभाग से संबद्ध कर दिया गया। इस अनियमितता में किसकी भूमिका रही जांच इसकी होनी चाहिए।

विवादों से घिरे और भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे मृत्युंजय मिश्रा शासन स्तर पर ऐसे ही अफसरों की आड़ में खेलता रहा है। इससे पहले मुख्य सचिव रहे और त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार में सर्वेसर्वा रहे ओम प्रकाश ने मृत्युंजय मिश्रा को न केवल अभयदान दिया था, बल्कि सभी अवैध गतिविधियों को संचालित करने का अवसर भी दिया। उनके जाने के बाद सचिवालय में इस भ्रष्ट अधिकारी को संरक्षण देने वालों की कमी नहीं है।

मृत्युंजय कुमार मिश्रा जैसे भ्रष्ट, विवादित और हर तरह के दांव पैंच खेलने में माहिर अधिकारी को बड़े अफसर संरक्षण क्यों देते हैं? यह सवाल बहुत अहम है। यदि कोई अफसर गलत काम करते हुए पकड़ में आ जाए तो उसके खिलाफ दस्तावेजी प्रमाण उपलब्ध रहेंगे, जो जांच के दौरान सामने आ सकते हैं, इससे उस अधिकारी पर गाज गिर सकती है। इसलिए इन कुकर्मों से बचने के लिए बड़े अफसर मृत्युंजय कुमार मिश्रा जैसे खुले तौर पर भ्रष्ट अफसरों को संरक्षण देते हैं। ऐसे अफसरों से वह सब कार्य करवाते हैं, जो भ्रष्टाचार की श्रेणी में आते हैं। यहां तक कि ऐसे अफसरों की उनके पास फौज रहती है। जिस फौज में कुछ ही ऐसे होते हैं, जो मृत्युंजय मिश्रा की तरह चिन्हित होते हैं, अधिकांश छिपे तौर पर यह कार्य करते हैं।

इसलिए यहां पर जांच उन अफसरों की होनी चाहिए जो ऐसे भ्रष्टों को संरक्षण देकर अभयदान दे रहे हैं और खुलकर राज्य के खजाने को लूटने में जुटे हुए हैं। सबसे पहले जांच पूर्व मुख्य सचिव ओमप्रकाश की होनी चाहिए, जो हाल ही में रिटायर हुए हैं। अन्यथा उनके रिटायरमेंट के चार साल पूरे हों जाएंगे और वे सभी जांचों से बच निकलेंगे। उत्तराखंड में कई भ्रष्टों को बचाने के लिए इस नियम का बड़ी ही धूर्तता के साथ दुरूपयोग किया गया है। उसके बाद मृत्युंजय मिश्रा के वर्तमान संरक्षणदाताओं पर कार्यवाही होनी चाहिए। यदि ऐसा नहीं किया गया तो इन लोगों को राज्य को लूटने का खुला मौका मिलता रहेगा और आयुष जैसे विभागों की प्राथमिकता ऐसे भ्रष्टों को संरक्षण देना और काम करने वालों को बाहर का रास्ता दिखाने की हो जाएगी।

यह मामला अभी कोर्ट में है, इसलिए कोर्ट से अंतिम निर्णय आने तक संबंधित सवालों पर बात करना उचित नहीं होगा।

ShareSendTweet
http://uttarakhandsamachar.com/wp-content/uploads/2025/08/Video-1-Naye-Sapne-1.mp4
Previous Post

द्रोपदी मुर्मू के राष्ट्रपति पद पर निर्वाचित होने पर भाजपाई खुश, मिठाई बांटी

Next Post

नंदा देवी लोक जात का 20 दिवसीय कार्यक्रम घोषित

Related Posts

उत्तराखंड

सारिगाड़ कण्डारी मोटर मार्ग की हालत खराब,सड़क गड्ढों में तब्दील

August 25, 2025
6
उत्तराखंड

भारत-चीन की दोस्ती और व्यापार समझौता

August 25, 2025
6
उत्तराखंड

ऑपरेशन कालनेमिः अब तक 4000 सत्यापन, एक बांग्लादेशी समेत 300 से अधिक गिरफ्तार

August 25, 2025
7
उत्तराखंड

सांसद अनिल बलूनी, चमोली के प्रभारी मंत्री मंत्री डॉ.धन सिंह रावत, कपकोट के विधायक सुरेश गड़िया ने आपदाग्रस्त थराली एवं चेपड़ो का दौरा कर पीड़ितों का दुःख दर्द जाना

August 25, 2025
6
उत्तराखंड

राड़ीबगड़ स्थिति उपजिलाधिकारी थराली के कार्यालय एवं न्यायालय भवन के पीछे बिना बरसात के ही भूस्खलन

August 25, 2025
11
उत्तराखंड

अपर जिलाधिकारी विवेक प्रकाश ने आपदाग्रस्त थराली एवं चेपड़ो क्षेत्र का दौरा कर पीड़ितों को हरसंभव मदद का भरोसा दिया

August 25, 2025
6

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

http://uttarakhandsamachar.com/wp-content/uploads/2025/08/Video-1-Naye-Sapne-1.mp4

Popular Stories

  • चार जिलों के जिलाधिकारी बदले गए

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • डोईवाला : पुलिस,पीएसी व आईआरबी के जवानों का आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण सम्पन्न

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • ऑपरेशन कामधेनु को सफल बनाये हेतु जनपद के अन्य विभागों से मांगा गया सहयोग

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  •  ढहते घर, गिरती दीवारें, दिलों में खौफ… जोशीमठ ही नहीं

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • विकासखंड देवाल क्षेत्र की होनहार छात्रा ज्योति बिष्ट ने किया उत्तराखंड का नाम रोशन

    0 shares
    Share 0 Tweet 0

Stay Connected

संपादक- शंकर सिंह भाटिया

पता- ग्राम एवं पोस्ट आफिस- नागल ज्वालापुर, डोईवाला, जनपद-देहरादून, पिन-248140

फ़ोन- 9837887384

ईमेल- shankar.bhatia25@gmail.com

 

Uttarakhand Samachar

उत्तराखंड समाचार डाॅट काम वेबसाइड 2015 से खासकर हिमालय क्षेत्र के समाचारों, सरोकारों को समर्पित एक समाचार पोर्टल है। इस पोर्टल के माध्यम से हम मध्य हिमालय क्षेत्र के गांवों, गाड़, गधेरों, शहरों, कस्बों और पर्यावरण की खबरों पर फोकस करते हैं। हमारी कोशिश है कि आपको इस वंचित क्षेत्र की छिपी हुई सूचनाएं पहुंचा सकें।
संपादक

Browse by Category

  • Bitcoin News
  • Education
  • अल्मोड़ा
  • अवर्गीकृत
  • उत्तरकाशी
  • उत्तराखंड
  • उधमसिंह नगर
  • ऋषिकेश
  • कालसी
  • केदारनाथ
  • कोटद्वार
  • क्राइम
  • खेल
  • चकराता
  • चमोली
  • चम्पावत
  • जॉब
  • जोशीमठ
  • जौनसार
  • टिहरी
  • डोईवाला
  • दुनिया
  • देहरादून
  • नैनीताल
  • पर्यटन
  • पिथौरागढ़
  • पौड़ी गढ़वाल
  • बद्रीनाथ
  • बागेश्वर
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • राजनीति
  • रुद्रप्रयाग
  • रुद्रप्रयाग
  • विकासनगर
  • वीडियो
  • संपादकीय
  • संस्कृति
  • साक्षात्कार
  • साहित्य
  • साहिया
  • हरिद्वार
  • हेल्थ

Recent News

सारिगाड़ कण्डारी मोटर मार्ग की हालत खराब,सड़क गड्ढों में तब्दील

August 25, 2025

भारत-चीन की दोस्ती और व्यापार समझौता

August 25, 2025
  • About Us
  • Privacy Policy
  • Cookie Policy
  • Terms & Conditions
  • Refund Policy
  • Disclaimer
  • DMCA
  • Contact

© 2015-21 Uttarakhand Samachar - All Rights Reserved.

No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • उत्तराखंड
    • अल्मोड़ा
    • उत्तरकाशी
    • उधमसिंह नगर
    • देहरादून
    • चमोली
    • चम्पावत
    • टिहरी
    • नैनीताल
    • पिथौरागढ़
    • पौड़ी गढ़वाल
    • बागेश्वर
    • रुद्रप्रयाग
    • हरिद्वार
  • संस्कृति
  • पर्यटन
    • यात्रा
  • दुनिया
  • वीडियो
    • मनोरंजन
  • साक्षात्कार
  • साहित्य
  • हेल्थ
  • क्राइम
  • जॉब
  • खेल

© 2015-21 Uttarakhand Samachar - All Rights Reserved.