फोटो- कार्यशाला को संबोधित करते हुए प्रो0बहुखंडी ।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। उत्तरायणी संस्था दिल्ली व राजकीय महाविद्यालय जोशीमठ के तत्वाधान मंे आयोजित कार्यशाला मंे सफलता के मूल मंत्रों को साझा करते हुए उनका अनुशरण करने का आवहान किया गया।
यहाॅ राजकीय महाविद्यालय के सभागार मे आयोजित कार्यशाला को उत्तरायणी संस्था से जुडे दिल्ली के पूर्व वरिष्ठ अधिकारीगणों ने संबोधित करते हुए कहा कि दृड इच्छा शक्ति,आत्मविश्वास व कठोर परिश्रम से निश्चित सफलता मिलती है। इसलिए युवाओं को मंजिल तक पंहुचने के लिए निरंन्तर कठोर परिश्रम करना चाहिए। पूर्व अधिकारियों ने उत्तरायणी संस्था के मूल विचार के साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं मे पहाड के युवावों के सफल होने के सूत्रों को साझा किया। इस मौके पर मौजूद सेनिक कर्नल डीएस वत्र्वाल ने प्रतिदन 22किमी की दूरी पैदल चलकर इण्टरमीडिएट परीक्षा उत्तीर्ण करने के अपने अनुभवों का साझा किया।
उत्तरायणी संस्था दिल्ली के पूर्व अधिकारियों प्रो0 जेपी बहुखंडी, सीआरपीएफ के पूर्व डीआईजी एसपी पोखरियाल, कर्नल डीएस वत्र्वाल, व पवर्तन निदेशालय के पूर्व निदेशक ओपी जोशी ने महाविद्यालय के छा़त्र-छात्राओं का मार्गदर्शन किया। इस दौरान छात्रों ने अपने करियर से संबधित उपयोगी सवाल भी पूछे। कार्यशाला मे 60 छात्रों ने प्रतिभाग किया।
मेहनत, लगन व कार्यकुशलता से शिखर पर पंहुचे पहाडी मूल के पूर्व अधिकारियों का महाविद्यालय मे स्वागत करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो0बी0एन0खाली ने सूदरवर्ती क्षेत्र के महाविद्यालय मे पंहुचकर युवावों को करियर से संबधित टिप्स दिए जाने के लिए आभार जताया।
महाविद्यालय के प्राध्यापक डा0 रमेश च्रन्द्र के संचालन मे हुई कार्यशाला मे महाविद्याल करियर काउंसिंलिंगं के समन्वयक डा0जीके सेमवाल,के अलावा डा0चरण ंिसह राणा,डा0मुकेश चंन्द्र,डा0राहुल तिवारी,डा0आनन्द कुमार,,डा0पवन कुमार, डा0नवीन कोहली,डा0देवेन्द्र कुमार,डा0नवीन पंन्त,डा0सुनील कुमार, आदि मौजूद रहे।