रिपोर्ट – कमल बिष्ट/उत्तराखंड समाचार।
कोटद्वार गढ़वाल। भारतीय विज्ञान एवं शिक्षा अनुसंधान पुणे (IISER Pune) द्वारा STEM के तकनीकों एवं नवीनतम शैक्षणिक उपकरणों का उपयोग कर विद्यार्थियों में गणित एवं विज्ञान की अभिरुचि विकसित करने के उद्देश्य से राज्य के विज्ञान एवं गणित शिक्षकों को IRISE (Inspiring India In Research Innovation In STEM Education) कार्यक्रम अंतर्गत तीन दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण उपरान्त इन शिक्षकों द्वारा कक्षा में की गई गतिविधियों के आधार पर Phase II के 10 दिवसीय प्रशिक्षण IISER पुणे में दिया गया है। Phase II के प्रशिक्षित शिक्षक Innovation Champions (I.Cs) के रूप में जिलास्तरीय प्रशिक्षण संचालित करेंगे। IRISE परियोजना को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग – नमस्ते भारत सरकार, रॉयल सोसाइटी ऑफ केमिस्ट्री, ब्रिटिश काउंसिल, टाटा टेक्नोलॉजीज एवं टाटा ट्रस्ट द्वारा वित्त पोषित किया जा रहा है।
अभी तक उत्तराखंड के 10 जिलों में उक्त जिलास्तरीय प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इसी क्रम में सभागार कक्ष, उत्तराखंड शिक्षा परियोजना में पौड़ी जिले के 61 शिक्षकों का प्रशिक्षण 26 नवंबर से 28 नवंबर की अवधि में संचालित किया जा रहा है। जिसका उद्घाटन श्री एन.पी. उनियाल डायट ऑफिसर और श्री मोहन सिंह रावत प्रधानाचार्य, राजकीय इण्टर कालेज कोटद्वार द्वारा किया गया। प्रशिक्षण के दौरान श्री पंकज यादव और पल्लवी शेवाले IISER पुणे से, उपस्थित रहे। उक्त प्रशिक्षण Innovation Champions (ICs) श्रीमति रश्मि उनियाल एवं श्रीमति कविता बिष्ट रावत द्वारा दिया जा रहा है।
उक्त प्रशिक्षण में रटने की जगह समझने की प्रवृति को प्राथमिकता दी गई है। बच्चों को आस -पास के परिवेश से जोड़कर दैनिक जीवन की घटनाओं का उदाहरण देकर विज्ञान और गणित की शिक्षा देने की बात कही गई है। IRISE का उद्देश्य विज्ञान और गणित के शिक्षकों के STEM के लिए गतिविधि शिक्षक प्रशिक्षण के माध्यम से शिक्षकों और छात्रों में आलोचनात्मक सोच और प्रयोगात्मक मानसिकता को प्रोत्साहित कर नवाचार और रचनात्मकता को बढ़ाना है। पूछताछ और गतिविधि- आधारित तथा विज्ञान एवं गणित को अन्तर्विषयक (Interdicplinary) बना का बच्चों तक पहुँचाया जाय, इसकी चर्चा की गई है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य राज्य के विद्यार्थियों का इंस्पायर अवार्ड्स–मानक में भी ज्यादा से ज्यादा नोमिनेशन (Nomination) कराना है जो कि देश के बच्चों को नवाचार में बढ़ावा देने के लिए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार की एक योजना है।
प्रशिक्षित सभी शिक्षक ईनोवेशन कोच (Innovation Coach) कहलाएंगे एवं इस कार्यक्रम के तहत सभी को एक किट भी उपलब्ध कराया जाएगा जो विद्यालय में गतिविधि कराने हेतु शिक्षकों के लिए काफी मददगार साबित होगा।