कमल बिष्ट/उत्तराखंड समाचार।
गढ़वाल। राजकीय व्यावसायिक महाविद्यालय पैठाणी में डॉ० अनुराग शर्मा की स्वरचित कविता संग्रह 21 कविताएँ : यथार्थ एवं कल्पनाएँ का विमोचन उच्च शिक्षा मंत्री डॉ० धन सिंह रावत द्वारा किया गया। डॉ० अनुराग शर्मा राजकीय महाविद्यालय कण्वघाटी कोटद्वार में असिस्टेंट प्रोफेसर वाणिज्य के पद पर कार्यरत्त हैं। यह पुस्तक उनकी स्वरचित 21 कविताओं की पुस्तक है, जिसमें उन्होंने यथार्थ एवं कल्पनाओं को अपनी कविताओं के माध्यम से प्रेषित किया है। उनकी कविताओं में पुराने ज़माने की स्मृतियों को पिरोने का प्रयास किया गया है जिसमें संयुक्त परिवारों का महत्त्व का भी जिक्र है। कोलाहल के द्वारा कुछ प्रश्नचिन्ह लगाए गए हैं तो वहीं चिठ्ठी पुरानी यादें ताजा करती है। अहम् और वहम से बचकर मुस्कुराने का सन्देश दिया गया है। बीज की कल्पना कविता सोच और सच के बीच अंतर्द्वंद को प्रदर्शित करती है। अपनी श्रद्धये माँ को कविता के द्वारा श्रद्धांजलि दी गई है, बेटियां और घर की दीवारों द्वारा कुछ प्रश्न उठाए गए हैं। कविता के माध्यम से वृद्धजन को अनमोल रत्न की संज्ञा प्रदान की गई है। पल कविता हर पल को अच्छे से जीने का सन्देश देती है। चक्रवर्ती सम्राट भरत की कविता के द्वारा उनकी जन्मस्थली कण्वनगरी कोटद्वार को सम्मान दिलवाने की मार्मिक अपील की गई है। कोटद्वार के सर्वोदयी महापुरुष मान सिंह रावत को कविता के द्वारा श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए हैं।
डॉ० अनुराग शर्मा ने बताया कि उनकी पुस्तक को बुकलीफ प्रकाशन द्वारा भारत अमेरिका तथा यू.के. में ऑनलाइन प्रकाशित किया गया है। यह पुस्तक ऑनलाइन अमेजॉन पर उपलब्ध है। पुस्तक विमोचन में उच्च शिक्षा संयुक्त निदेशक डॉ० आनंदमय सिंह उनियाल, रूसा सलाहकार उच्च शिक्षा एम.एस. रावत, प्राचार्य राजकीय व्यावसायिक महाविद्यालय प्रोफेसर विजय कुमार अग्रवाल, खंड शिक्षा अधिकारी, डीएफओ पौड़ी, डॉ० दिनेश रावत, डॉ० पुनीत चंद्र वर्मा, डॉ० खिलाप सिंह, डॉ० सतवीर, डॉ० आलोक कंडारी, डॉ० कल्पना रावत, डॉ० उर्वशी, सतीश सिंह, राहुल कश्यप, अनूप बिष्ट, पल्लव नैथानी तथा अन्य गणमान्य प्रबुद्धजन मौजूद रहे।