इस बार प्रकृति ने औली को दुल्हन की तरह सजा दिया लगातार बर्फबारी ने चार चांद लगा दिये। औली चमोली (लक्ष्मण सिंह नेगी )गढ़वाल ट्रैकिंग एवं स्कीगं प्रेमियों के लिए औली का नजारा बड़ा दिलकश हो गया है यहां से हिमालय का दृश्य मनमोहक लग रहा हैं वहीं बर्फ की चादर ने यहां आने वाले पर्यटकों के लिए चार चांद लगा दिये हैं। लगातार औली मैं बर्फबारी के कारण स्कीइंग का ढलान पर इन दिनों पहुंचने वाले यात्रियों को बड़ा दिलकश लग रहा है औली की बर्फ पर्यटकों को यहां खींच लाती है। सुंदरता इसलिए भी बढ़ जाती है ज्योतिर मठ से औली के लिए 10 किलोमीटर कार जीप से अब पहुंचना पड़ता है पहले रूपवे से औली पर्यटक पहुंचते थे। ऊपर ही ऊपर प्रकृति का नजारा दिखता था किंतु अब जीप कार से जाने से भी दिलकश नजारा दिखता है जहां चारों ओर जंगल सामने पर हाथी पर्वत नंदा देवी आदि पर्वतमालाएं यहां से दिखती है तो पर्यटकों के लिए एक कोतूहल का माहौल बन जाता है। देश-विदेश की 5000 से अधिक यात्री अभी तक नये साल के जश्न को मनाने के लिए यहां पहुंच चुके हैं लगातार यात्री बड़ी संख्या में यहां पहुंच रहे हैं यहां के स्थानीय व्यवसाईयों के चेहरो पर रौनक लौट चुकी है। जोशीमठ भूस्खलन के बाद यहां यात्री काम रुक रहे थे और यहां की आर्थिक व्यवस्था डग मंगा गई थी। अब अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे पटरी पर आ रही है। औली में पर्यटक पर्यटन व्यवसाय से जुड़े हुए अजय भट्ट कहते हैं कि औली लोगों को अपने और खींच लाता है यहां की सुंदरता को बनाये रखने की आवश्यकता है हम लोगों ने यहां पर वृक्षारोपण और स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया है समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाते हैं।