फोटो-प्रकृति की अनमोल धरोहर उर्गमघाटी ।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। अब उर्गम घाटी ने भी चुनाव बहिष्कार का एलान किया। प्रधानों ने एसडीएम को चुनाव बहिष्कार के निर्णय का ज्ञापन सौंपा।
आजादी के बाद से सडक की वाट जोह रहे सीमंात विकास खंड जोशीमठ के दूरस्थ गाॅव डुमक,कलगोठ, लाॅजी, पोखनी, पल्ला ,किमाणा , जखोला के ग्रामीण पहले ही चुनाव बहिष्कार का निर्णय ले चुके थे। अब उर्गम धाटी के ग्राम पंचायत भेंटा, भर्की, उर्गम व देवग्राम ने भी चुनाव बहिष्कार का एलान कर दिया है। उर्गम घाटी से यहाॅ पंहुचे उर्गम के प्रधान हरीश परमार व भेंटा के प्रधान लक्ष्मण सिह नेगी ने एसडीएम को ज्ञापन सौंप कर चुनाव बहिष्कार के निर्णय की जानकारी दी।
दरसअल आजादी के सत्तर वर्षो के बाद प्रकृति की अनमेाल धरोहर उर्गम घाटी तक सडक तो पंहुची लेकिन यह सडक जानलेवा बनी हुई हैं। हेलंग के बाद तीन किमी0 तक की सडक की स्थिति बेहद खतरनाक है और इसपर कई बार जानलेवा दुर्घटनाएं भी हो चुकी है। ग्रामीणों का कहना है कि कई बार शासन/प्रशासन व जनप्रतिनिधियों को इस तीन किमी0के मार्ग को दुरस्त करने का आग्रह किया गया लेकिन किसी ने भी इस ओर ध्यान नही दिया। और अब चुनाव बहिष्कार ही एकमात्र विकल्प रह गया हैं।
बताते चले कि उर्गम घाटी ही एक ऐसा स्थान है जहाॅ पॅच बदरी मे एक ध्यान बदरी व पंच केदारो मे एक कल्पनाथ भगवान का पौराणिक मंदिर है। जो बारह महीनो खुले रहते है। लेकिन शीतकालीन यात्रा व विंटर डिस्टेनेशन बनाने का दावा करने वाले भी उर्गम घाटी की सदैव से ही उपेक्षा करते आ रहे है।
चुनाव बहिष्कार की सूचना के लिए एसडीएम को दिए गए ज्ञापन मे कहा गया है कि हेलंग-उर्गम मोटर मार्ग के किमी0 एक से तीन तक की सडक का तत्काल दुरस्त किया जाय,ल्यारी से कल्पेश्वर तक की सडक का निर्माण किये जाने, हेलंग-उर्गम 12किमी0सडक को आरटीओ से संस्तुत कराने, सलना से भेटा-भर्की चक उर्गम पीएमजीएसवाई के तहत स्वीकृत 17किमी0सडक निर्माण का कार्य शीध्र शुरू कराने, उर्गम घाटी के खवाला मे निर्माणाधीन पुल जिस पर विगत छ माह से कार्य बंद पडा है शीध्र कार्य शुरू कराने और पुल निर्माण तक आवाजाही की वैकल्पिक ब्यवस्था कराने, जीआईसी उर्गम मे शिक्षको की नियुक्ति कराने, तथा अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंन्द उर्गम मे चिकित्सको की नियुक्ति कराने की मांग की गई है।
एसडीएम को दिए गए ज्ञापन मे भर्की के प्रधान/प्रधान संगठन के अध्यक्ष लक्ष्मण सिंह नेगी,,उर्गम के प्रधान हरीश परमार, व पैनी के प्रधान लक्ष्मण सिंह विष्ट आदि के हस्ताक्षर है।