थराली से हरेंद्र बिष्ट।
पिंडर घाटी की लाईफ लाईन मानी जाने वाली कर्णप्रयाग-ग्वालदम राष्ट्रीय राजमार्ग बीआरओ की कड़ी मशक्कत बुधवार के बाद पूरे 16 घंटों में यातायात के लिए खुल गया है। जिससे गढ़वाल से कुमाऊं आने.जाने वाले यात्रियों के साथ ही आम आदमियों ने राहत की सांस ली है।
बुधवार की सांय करीब 3.30 मौणा छीड़ा के पास एक पहाड़ी के दरकने से बड़े.बड़े बोल्डर, पत्थर एवं मलुवा आ जाने एवं खड साइड की सड़क टूट कर पिंडर नदी में समा जाने के कारण अवरूद्ध हो गया हैं। लगातार रूक.रूक कर पत्थरों के गिरने के कारण बीआरओ को सड़क खोलने में खाशी दिक्कतें आ रही हैं।
रात को अंधेरा हो जाने एवं बारिश के कारण लगातार पत्थरों के गिरने के कारण सड़क खोलने का काम बीआरओ को मजबूरन रोकना पड़ा।आज सुबह तड़के ही बीआरओ के अधिकारियों की मौजूदगी में फिर से सड़क खोलने का कार्य शुरू किया गया।प्रातःकाल करीब 7.30 राष्ट्रीय राजमार्ग को यातायात के लिए खोल दिया गया हैं। जिससे कल से इस मार्ग में फंसे यात्रियों एवं वाहन चालकों ने राहत की सांस ली है।