हरेंद्र बिष्ट की रिपोर्ट।
थराली।
राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज कुलसारी मे एक दिवसीय आयुर्वेदिक चिकित्सा एवं योग शिविर का आयोजन किया गया। इस में छात्र-छात्राओं को योग की विभिन्न मुद्राओं की जानकारी दी गई।
पॉलिटेक्निक कॉलेज में कुलसरी में प्रशिक्षुओं को योग पर आधारित शिविर में योग की विभिन्न मुद्राओं की जानकारी देते हुए उनको करने से होने वाले लाभों की जानकारी दी गई। इस मौके पर डॉ. प्रीति वर्मा ने ऋतु परिवर्तन पर होने वाले बीमारी एवं उसकी देखभाल के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि जिस तरह से प्रकृति अपना स्वरूप ऋतु परिवर्तन करती हैं उसी तरह से मानव का शरीर भी ऋतु परिवर्तन के अनुसार अपने को ढालने का प्रयास करता है।इस दौरान कई सावधानियां बरतनी जरूरी हैं, ताकि मौसमी बिमारियों का अधिकार प्रभाव ना हो सकें। इस मौके पर खिलाफ राम ,ममता आदि ने योग एवं आयुर्वेद के सम्बंध में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि नियमित रूप से यदि मनुष्य योग क्रियाओ को करता है और आर्युवेदिक दवाओं का उपयोग करता है तों उसकी शारीरिक क्षमताओं में विकास होता हैं।इस मौके पर संस्थान के कार्यक्रम प्रभारी डॉ. महेंद्र लाल टम्टा ने बदलते दौर में योग एवं आयुर्वेद के महत्व के संबंध में जानकारी दी।