रिपोर्ट – सत्यपाल नेगी /रूद्रप्रयाग
रूद्रप्रयाग: एक दिवसीय जनपद भ्रमण पर पहुंचे सचिव गृह दिलीप जावलकर ने श्री केदारनाथ धाम की यात्रा सुगम एवं सुव्यवस्थित ढंग से संचालित करने के लिए जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा की जा रही व्यवस्थाओं एवं सुविधाओं के संबंध में जिलाधिकारी सौरभ गहरवार एवं पुलिस अधीक्षक विशाखा अशोक भदाणे के साथ की गई तैयारियों की समीक्षा की। जिला कार्यालय में यात्रा व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए सचिव गृह ने जिलाधिकारी को निर्देश दिए हैं कि आने वाले तीर्थ यात्रियों को सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हों इसके लिए उचित प्रबंधन किए जाएं ताकि तीर्थ यात्रियों को किसी भी प्रकार की कोई समस्या का सामना न करना पड़े। केदारनाथ धाम में सभी तीर्थ यात्रियों को दर्शन की उचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि यात्रा मार्ग के संवेदनशील क्षेत्रों में एवं स्लाइडिंग जोन में सुरक्षा बलों के साथ उचित प्रबंधन किया जाए ताकि तीर्थ यात्रियों को किसी असुविधा का सामना न करना पड़े। उन्होंने यातायात व्यवस्था को भी सुदृढ़ करने के भी निर्देश दिए यात्रियों की भारी संख्या के मध्यनजर सोनप्रयाग एवं गुप्तकाशी से पहले ही यात्रा को मैनेज किया जाए ताकि यात्रा मार्ग में जाम जैसी न होने पाए। उन्होनें धाम में पहुंच रहे श्रद्धालुओं को उचित प्रबंधन किया जाए। सचिव गृह दिलीप जावलकर ने कहा कि श्री केदारनाथ धाम की यात्रा उत्तराखंड की मुख्य यात्रा है। उन्होंने कहा कि कपाट खुलने के अवसर पर श्रद्धालुओं की संख्या बड़ी मात्रा में होती है। इसके साथ ही कपाट अगले एक से दो हफ्तों में तथा इसके बाद सप्ताह के अंतिम दिनों में धाम पहुंचने वाले यात्रियों की संख्या में वृद्धि होती है। इस तरह से देखा जाए तो करीब 70-75 प्रतिशत यात्रा शुरूआती डेढ़ महीने में पूरी हो जाती है। इसी के दृष्टिगत प्रशासनिक स्तर पर अधिक तैयारियों की आवश्यकता होती है। इसके अलावा यात्रा की दृष्टि से विपरीत मौसम में शासन स्तर से अधिक ध्यान दिए जाने की आवश्यकता होती है। अन्य सामान्य दिनों में सुचारू यात्रा हेतु जिला प्रशासन द्वारा बेहतर प्रबंधन किए गए हैं। उन्होंने बताया कि आज पुलिस व्यवस्थाओं के संबंध मेें भी गहनता से समीक्षा की गई है। जनपद में अब काॅमनिकेशन को काफी अपडेट किया गया है। साथ ही अन्य व्यवस्थाओं को भी इंप्रूव किया गया है। यात्रा के सफल संचालन हेतु जिला प्रशासन द्वारा अतिरिक्त पीआरडी की मांग पर शासन स्तर पर कार्यवाही की जानी है। उन्होंने केदारनाथ की यात्रा को वर्तमान में पूर्णतः सुरक्षित बताया। इससे पूर्व सचिव गृह ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय का निरीक्षण कर यात्रा व्यवस्थाओं एवं मैनेजमेंट के लिए तैयार किए गए सीसीटीवी कंट्रोल रूम का जायजा लिया। उन्होंने पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिए हैं कि यात्रा मार्ग से लेकर केदारनाथ धाम तक सुरक्षा व्यवस्थाओं का उचित प्रबंधन किया जाए तथा धाम में पहुंच रहे श्रद्धालुओं का सुगमता के साथ दर्शन कराए जाएं। सचिव गृह ने सुरक्षा व्यवस्था में तैनात किए सुरक्षा बलों के बारे में भी जानकारी ली। इस अवसर पर जिलाधिकारी सौरभ गहरवार ने केदारनाथ यात्रा के लिए की गई तैयारियों एवं व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि केदारनाथ यात्रा को सिरोहबगड से लेकर सोनप्रयाग तक 07 सेक्टर बनाए गए हैं तथा गौरीकुंड से केदारनाथ ट्रैक रूट को 07 सेक्टरों में विभाजित किया गया है जिसमें कार्मिकों की तैनाती की गई है। यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए सीतापुर व सोनप्रयाग पार्किंग के अलावा 07 नई पार्किंग तैयार की गई हैं। यात्रा मार्ग में पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं एवं समक्ष स्वास्थ्य व्यवस्थाएं भी सुनिश्चित की गई हैं। जिलाधिकारी ने यह भी अपेक्षा की है कि सोनप्रयाग एवं सीतापुर सहित अन्य पार्किंग स्थलों में पार्किंग फुल होने की दशा में तीर्थ यात्रियों को हरिद्वार एवं ऋषिकेश में ही ट्रैफिक को व्यवस्थित करने की अपेक्षा की है। पुलिस अधीक्षक विशाखा अशोक भदाणे ने बताया कि केदारनाथ यात्रा व्यवस्थाओं पर जानकारी देते हुए बताया कि जनपद में 05 थाने अवस्थित हैं तथा केदारनाथ यात्रा मार्ग में पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। उन्होंने अवगत कराया है कि केदारनाथ यात्रा को सुव्यवस्थित ढंग से संचालित करने के लिए ट्रैक रूट पर 16 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं जिनका पूरा डिस्प्ले कंट्रोल रूम से कड़ी निगरानी रखी जा रही है तथा किसी भी प्रकार की भीड़ होने पर उसे त्वरित गति से मैनेज किया जा सके।उन्होंने कहा कि यात्रा मैनेज के लिए पूरे जनपद में 65 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी जीएस खाती,अपर जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा,पुलिस उपाधीक्षक प्रबोध कुमार घिल्डियाल, उप जिलाधिकारी आशीष घिल्डियाल सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।