रिपोर्ट-कमल बिष्ट।
कोटद्वार। हरेला पर्व के अवसर पर प्राथमिक विद्यालय, उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, आदर्श जूनियर हाई स्कूल वार्ड नंबर 37 पश्चिमी झडीचौड़ में फलदार के 121 पेड़ लगाए गये। जैव विविधता कमेटी बीएमसी के डायरेक्टर पार्षद सुखपाल शाह के नेतृत्व में कागजी नीबू, लीची व आम आदि के पेड़ थे। इस अवसर पर जैव विविधता कमेटी के अध्यक्ष सुखपाल शाह ने कहा कि इस समय हरेला पर्व पूरा उत्तराखंड मना रहा है, हमें प्रत्येक परिवार को कम से कम एक पेड़ अपने घर में जरूर लगाना चाहिए, चाहे किसी के परिवार में जन्मदिन हो, शादी की सालगिरह हो या ऐसे शुभ अवसरों पर हमें पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए अपने इन शुभ दिनों को यादगार बनाना चाहिए।
इस मौके पर स्कूल प्रशासन व वार्ड के अन्य परिवारों ने भी अपने.अपने घरों में लगभग 121 फलदार पेड़ लगाए गये। इस अवसर पर पौधारोपण कार्यक्रम वार्ड नंबर 37 के पार्षद सुखपाल शाह प्रधानाध्यापक भारत भूषण शाह, पंडित चंद्रमोहन, हरि सिंह रावत, राजेंद्र सिंह चौहान, सुनील, प्रभा, पुष्पा देवी शाह, पूर्व प्रधान आशा पाल, विजय कुमार नौटियाल, नयन सिंह बिष्ट, प्रेम बल्लभ, स्कूली बच्चों सहित बड़ी संख्या में लोगों ने हरेला पर्व को मनाया।
रिपोर्ट-कमल बिष्ट।
कोटद्वार। राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कोटद्वार की प्राचार्य प्रोफेसर जानकी पंवार ने हरेला पर्व की शुरुआत पौधारोपण करके प्रारंभ किया। हरेला वृक्षारोपण कार्यक्रमों में राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वधान में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवी एवं महाविद्यालय के प्राध्यापकों के द्वारा वृक्षारोपण कार्य किया गया। वृक्षारोपण के साथ ही साथ रोपित पौधों के संरक्षण के लिए ट्री गार्ड भी लगाए गए।
प्राचार्य प्रोफेसर जानकी पंवार ने कहा कि उत्तराखंड राज्य में हरेला पर्व सदियों से मनाया जाता रहा है। जो कि मानव एवं प्रकृति को आपस में जोड़ता है। साथ ही जलवायु परिवर्तन एवं ग्लोबल वॉर्मिंग के इस दौर में जबकि पर्यावरण प्रदूषण की समस्या गंभीर एवं विकट होती जा रही है। इस समस्या से निजात पाने के लिए आमजन को वृक्षारोपण संरक्षण का संदेश हरेला पर्व के माध्यम से सदियों से दिया जाता रहा है। राष्ट्रीय सेवा योजना के वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ किशोर सिंह चौहान ने कहा कि प्रतिवर्ष जुलाई अगस्त माह में संपूर्ण भारतवर्ष में वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम चलाया जाता है। किंतु संरक्षण के अभाव में रोपित पौधे मर जाते हैं। इसलिए रोपण के साथ ही साथ पौधों के संरक्षण के लिए ट्री गार्ड लगाए जाने आवश्यक हैं।
डॉ किशोर सिंह चौहान ने कहा कि राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में छात्रों का एनएफएस समूह निरंतर पिछले 12 वर्षों से रोपित पौधों का संरक्षण भी कर रहा है। डॉ चौहान ने कहा कि भारत के प्रत्येक विद्यार्थी के लिए वृक्षारोपण संरक्षण कार्य अनिवार्य किया जाना चाहिए। हरेला पर्व के वृक्षारोपण के इस अवसर पर अंग्रेजी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ वंदना चौहान एवं अंग्रेजी के छात्र.छात्राएं तथा राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी डॉ सरिता चौहान एवं महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ प्रवीण जोशी, डॉ मानसी, डॉ चंद्रप्रभा कंडवाल, डॉ सीमा कुमारी, डॉ प्रजापति सहित महाविद्यालय के छात्र छात्राएं उपस्थित रहे। प्रोफेसर जानकी पंवार ने कहा कार्यक्रम निरंतर जुलाई अगस्त माह में चलता रहेगा, जिसमें महाविद्यालय के समस्त छात्र.छात्राएं वृक्षारोपण संरक्षण में प्रतिभाग करेंगे।