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औली मे पहली बार स्नो सूज लाॅचिंग के मौके पर मौजूद मुख्य अतिथि एसडीएम चन्याल व अन्य ।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। औली में स्कीइंग के एक नए इवेंट के रूप में स्नो सूज को लाॅच किया गया। अब औली पंहुचने वाले पर्यटक व स्थानीय लोग स्नो सूज पहनकर औली की हसीन वादियों में आसानी से विचरण कर सकेंगे। इन कीमती सूज को पहनकर बर्फ में ट्रैकिंग, हाइकिंग, क्रासकंट्री व बैक कंट्री जैसे इवंेट में भाग लिया जा सकता है।
औली स्कीइंग एंड स्नो बोर्ड स्कूल ने विश्व विख्यात हिमक्रीडा केन्द्र औली पंहुचने वाले पर्यटको व स्थानीय युवावों को स्कीइंग के एक नए इंवेट के रूप मे लाॅच किया है। स्नो सूज वजन मे काफी हल्के हैं और इन्है अपने पहने हुए जुतो के साथ ही पहन सकते है। इन्है पहन कर बर्फ मे आसानी से घूमा जा सकता हैं। कितनी बर्फ हो घूमते हुए बर्फ इनके अंदर नही घुस सकती।
पहली बार औली मे स्नो सूज का प्रयोग किया जा रहा है। शनिवार को औली की स्कीइंग ढलान मे एक समारोह मे इनको लाॅच किया गया। जोशीमठ के एसडीएम अनिल कुमार चन्याल ने बतौर मुख्य अतिथि इस साहिसक कार्यक्रम की शुरूवात की। उन्होेने इस प्रकार के बेहतरीन सूज का प्रयोग कर स्कीइंग के अनेक इंवेट कराने की योजना को मूर्तरूप देने के लिए औली स्कींइग एंड स्नो बोर्ड स्कूल को बधाई देते हुए कहा कि शीतकालीन पर्यटन को बढावा देने मे इस प्रकार के इंवेट मील का पत्थर साबित होगे। उन्होने कहा कि स्नो सूज बर्फ मे चलने के लिए बेहतर है और जो पर्यटक स्की इक्यूपमेंट पहनकर बर्फ मे विचरण नही कर पाते उनके लिए स्नो सूज बर्फ मे विचरण करने के लिए सबसे बेहतर साबित होगे। उनका कहना था कि स्नो सूज न केवल औली व अन्य बर्फीले इलाको मे पंहुचकर बर्फ का आंनद लेेने के लिए ब्लकि हिमाच्छादित क्षेत्रों मे किसी भी प्रकार की दैवीय आपदा मे ये सूज एसडीआरएफ के लिए भी कारगर साबित हो सकते है।
स्नो सूज के इंवेट को औली तक पंहुचाने वाले युवा प्रतिभा व अंर्तराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त स्कीयर्स अजय भटट के अनुसार स्नो सूज का प्रयोग इससे पूर्व अमेरिका व यूरोप मे होता रहा है लेकिन भारत के औली मे स्नो सूज के माध्यम से आयोजित होने वाले इंवेट का पहला प्रयोग हो रहा है। उन्होने जानकारी दी कि अभी उनकी संस्था औली स्कींइग एंड स्नो बोर्ड स्कूल ने 11जोडे स्नो सूज क्रय कर औली पंहुचाए है। भविष्य मे मांग बढने पर इस और बढाया जा सकता है। श्री भटट के अनुसार स्नो सूज की कीमत अंर्तराष्ट्रीय बाजार मे 8हजार से 40हजार रूपये तक हैं। उन्होने उम्मीद जाहिर की कि स्नो सूज के इंवेट के बाद औली को अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर अलग से पहचान मिल सकेगी।
औली मे स्नो सूज इंवेट लाॅच करने के समारोह मे पर्वरोहण एंव स्कीइंग संस्था आईटीबीपी औली के द्वितीय कमान अधिकारी महेन्द्र कुमार, सहायक सेनानी नरेन्द्र रावत, रोप वे प्रोजेक्ट के प्रबधंक संचालन इंजीनियर दिनेश भटट, एलएस मेहत्ता,,के अलावा आयोजक मंडल के विजयंत रावत, विमलेश पंवार, राजीव मेहत्ता, राकेश ंरंजन, किशोर डिमरी व प्रदीप मंद्रवाल के अलावा जीएमवीएन, आईटीबीपी औली के अनेक अधिकारी/कर्मचारी मौजूद रहे।