भारतीय संवैधानिक अधिकार सरक्षण मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष दौलत कुंवर का कहना है की पिछले दो महीने के अन्दर उत्तराखण्ड में अंकिता भण्डारी के साथ-साथ कुमाऊँ मण्डल के जगदीश चन्द जिला अल्मोड़ा, कु० मोनाली हर्रावाला देहरादून, मुकेश कुमार तौली विकासनगर, देहरादून को दरिंदों द्वारा मौत के घाट उतारा गया था।
पिंकी पुत्री श्री खिलाफ राम ग्राम खेता मानमती तहसील थराली, विकासखण्ड देवाल, जिला चमोली की दिनांक 13.10.2021 को नानी मून जंगल में घोड़े हांकने के लिए गयी थी, उन्हीं के गांव का गुलाब सिंह पुत्र श्री जवाहर सिंह द्वारा पिंकी की हत्या की गयी, जिसमें धारा 302 व अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था, लेकिन एक वर्ष तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं की गयी, फिर मजबूरन क्षेत्रवासियों द्वारा 13.10.2022 से टैक्सी स्टैण्ड प्रतीक्षालय देवाल में अनिश्चित कालीन धरना किया जा रहा है, जिसका आज छठवाँ दिन है।
भारत संवैधानिक अधिकार संरक्षण मंच की टीम ने सभी हत्याओं पर शीघ्र कार्यवाही सरकार द्वारा करवाने के लिए रात-दिन प्रयास किये, लेकिन आपके द्वारा केवल अंकिता भण्डारी के मामले में कार्यवाही की गयी और अंकिता भण्डारी जो गरीब की बेटी थी, उनके परिवार को सरकार के खजाने से मु0 25,00,000/-रू0 मुआवजे के रूप में दिये गये थे और दोषियों को फास्ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर शीघ्र कार्यवाही का आश्वासन देने के लिए मुख्यमन्त्री स्वयं श्रीकोट गांव गये, इसका हम सभी पीडितों के साथ माननीय मुख्यमन्त्री जी का धन्यवाद देते हैं, लेकिन आज तक कुमाऊँ मण्डल अल्मोड़ा के जगदीश चन्द्र हत्याकांड का संज्ञान नहीं लिया, जबकि वह दो बार विधायक का चुनाव भी लड़ चुके हैं और यही हाल कुछ मोनाली हर्रावाला निवासी लड़की की भी पडोसियों द्वारा झगड़ाकर पीट-पीटकर हत्या की गयीं, जिस पर धारा 302 में मुकदमा दर्ज किया गया. लेकिन इस पर भी कोई कार्यवाही नहीं हुई. और ना ही इस पर गम्भीरता से कोई संज्ञान नहीं लिया गया.
इसी तरीके से घरों में पुताई का काम करने वाला मुकेश कुमार जब स्कूटर से अपने घर रात्रि लगभग 10:00 बजे जा रहा था उस समय अन्धेरे में उसको पकड़कर चार लोगों द्वारा मारा गया और उसको अधमरा कर स्कूल के बरामदे में फेंक दिया गया, दूसरे दिन परिवारजनों को जब पता चला दो लोग मुकेश कुमार की विकासनगर कालिन्दी हॉस्पिटल लेकर गये लेकिन हॉस्पिटल द्वारा इनको ही हॉस्पिटल में ले जाकर इलाज कराने के लिए कहा गया. उसके तुरंत बाद परिजन लेहमन हॉस्पिटल हरबर्टपुर लेकर गये, लेकिन उन्होंने भी मरीज को भर्ती करने के लिए मना किया और उसके बाद मरीज को ऑल इण्डिया मेडिकल ऋषिकेश लेकर गये, दूसरे दिन, रात लगभग 04:00 बजे आई०सी०यू० में मुकेश कुमार दम तोड़ दिया था इस हत्याकाण्ड की तहरीर मुकेश कुमार के पिताजी श्री ओमप्रकाश जी ने दिनांक 20/1/2022 को चौकी डाकपत्थर में दी, लेकिन जब हम लोगों ने वरिष्ठ पुलि घेराव करने के लिए सोशल मीडिया में डाला, फिर पुलिस ने आनन-फानन में 20/19/2022 प्रातः 06:15 बजे धारा 304 आई०पी०सी० में मुकदमा दर्ज किया, जबकि प्रार्थना पत्र के आधार पर 302 आई०पी०सी० में मुकदमा दर्ज किया जाना था, जो मित्र पुलिस की सरासर लापरवाही व जानबूझ कर आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गयी।
दिनांक 20 मार्च 20022 मसूरी कोतवाली में सुनील कुमार पुत्र श्री सन्तराम ग्राम जखनोग, तहसील कलगी, जिला देहरादून की जॉर्ज एवरेस्ट मसूरी में गला रेतकर हत्या की गयी थी. मुकदमा दर्ज होने के बाद भी आज तक कातिलों की गिरफ्तारी नहीं हुई। उपरोक्त घटनाओं से ऐसा प्रतीयो है कि सरकार बहुजन समाज के बच्चों को इन्साफ नहीं देना चाहती।
उपरोक्त गम्भीर प्रकरण पर आपके द्वारा शीघ्र कार्यवाही कर पीड़ित चारों परिवारों कु० पिंकी, जगदीश चन्द, कु० मौनाली, मुकेश कुमार के परिवारजनों के लिए मु0 25,00,000/- रू० मुआवजे की घोषणा व फास्ट्रैक कोर्ट में शीघ्र मामला चलाने के लिए माननीय न्यायालय में प्रार्थना पत्र नहीं लगाया तो, आज तो केवल पीड़ित परिवारों के प्रतिनिधिमण्डल के साथ आपको ज्ञापन दे रहे हैं, यदि इस पर शीघ्र कार्यवाही नहीं की गयी, फिर मजबूरी में बहुजन परिवार संगठन दिल्ली व जिसमें पूरे देश के 500 संगठन जुड़े हैं, हम सब मिलकर मुख्यमन्त्री आवास का घेराव कर वहीं पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ जायेंगे, उस दौरान कोई भी अप्रिय घटना घटित होती है तो उसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी आपकी तथा शासन-प्रशासन की होगी।
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